कहना आसान करना मुश्किल
मै सुबह से ही यह सोच रहा था की हम अपनी ज़िन्दगी के गम कैसे कंम करे
जब भी शोर होता है तो ऐसा लगता है की कहीं दूर सूनसान जगह चला जाऊं
क्या कभी हम अपने भावनाओं पर नियंत्रण कर सकेंगे
हमारी बहुत सी परेशानिया हमारी
ही देन है
इसके
लिए आयुष मत्रालय ने
कई सुझाव दिए है
आज हमने एक वीडियो
देखा जो काफी प्रेरणादायक
था
एक क्विज आपके मनोरंजन के लिए
अब गुनगुनाने का समय
ज़िन्दगी कैसी है पहेली हाय
कभी तो हंसाए कभी ये रूलाये
मै सुबह से ही यह सोच रहा था की हम अपनी ज़िन्दगी के गम कैसे कंम करे
जब भी शोर होता है तो ऐसा लगता है की कहीं दूर सूनसान जगह चला जाऊं
क्या कभी हम अपने भावनाओं पर नियंत्रण कर सकेंगे
क्यों
हम एक दुसरे से
नफरत करते है
अगर
कोई थोड़ी सी भी
गलती कर दे तो
बस सारा आसमान सर पर
और खुद गलती करे
तो बस हंस कर टाल देते है
जब से मै यह
ब्लॉग लिखने
लगा हूँ तब
से
मेरे
मन में उथल पुथल
मची रहती है
मै कोई
रास्ता ढूंढ़ रहा
हूँ जिससे हम
अपने में बदलाव ला
सकते है
हम जो गलती करते है
हमारे
जो संस्कार है
हमारी
जो आदते है
हमारा जो
नजरिया है
इन्ही कारणों से हमारे जीवन
में दुःख है
हमे
आध्यात्मिक बनना होगा ताकि
हमारे मन में प्रेम
भाव हो
अभी
हमारे पास समय है
हमें प्रयास
करना है की
किस तरह जीवन में
खुसी आ आये
दूसरी
बात आज
बहुत ज़रूरी हो गोया है की
हम खुद को स्वस्थ
रखे.
इसके लिए हमें अपना इम्मुनिटी सिस्टम मजबूत
करना होगा
हमें उन सुझाव पर अमल करने होंगे
तीसरी
बात इस
लॉक डाउन के समय
हम भावनात्मक स्तर पर कमजोर हो रहे है
कुछ
ऐसा करना होगा जिससे
तनाव दूर हो और हम ठीक महसूस कर सके
कई लोग वीडियो कॉन्फ़्रेंसिंग
के माध्यम से एक गाना गा रहे थे और
एन्जॉय कर रहे थे
यह एक अकेलापन दूर
करने का शानदार तरीका है
आज आप का ब्लॉग पढ़ा, बहुत अच्छा लगा, आज अपने को observe करूँगा कि मुझे गुस्सा आता है या नही.. आप अपनी लेखनी से हनलोगों का मार्गदर्शन करते रहे।
ReplyDelete